समुदाय आधारित पुनर्वास और संस्थान आधारित पुनर्वास में अंतर

समुदाय आधारित पुनर्वास और संस्थान आधारित पुनर्वास में अंतर (Difference Between CBR & Institution Based Rehabilitation)–

 

समुदाय आधारित पुनर्वास संस्थान आधारित पुनर्वास
01.   इलाज का खर्च समुदाय आधारित पुनर्वास में इलाज का खर्च सस्ता होता है क्योंकि समुदाय में उपलब्ध स्त्रोतों से इलाज की कोशिश की जाती है | संस्था आधारित पुनर्वास में इलाज महंगा होता है |
02.   सेवाओं की उपलब्धता यह सभी के लिए आसानी से उपलब्ध हो पाता है | सिर्फ कुछ संस्थाये ही सभी के लिए उपलब्ध होती है |
03.   सेवाओं का विस्तार सेवाओं का विस्तार बिना अधिक खर्च के किया जा सकता है | संस्था आधारित पुनर्वास में यह संभव नहीं है |
04.   सामाजिक पुनर्वास समुदाय आधारित पुनर्वास में सामाजिक पुनर्वास संभव है | इसमें संभव नहीं है क्योंकि रोगी परिवार से दूर होता है |
05.   मनोवैज्ञानिक पुनर्वास ज्यादा संभव है क्योंकि यहाँ रोगी को परिवार का सहयोग व समुदाय का सहयोग मिलता है | ज्यादा संभव नहीं है पर रोगी के जैसे लोग होने के करण मनोबल में वृद्धि होती है |
06.   कुशल व्यक्तिगत देखभाल समुदाय आधारित पुनर्वास में कुशल व्यक्तिगत देखभाल नहीं दी जा सकती है | संस्था आधारित पुनर्वास में कुशल व्यक्तिगत देखभाल की जाना संभव है |
07.   उन्नत तकनीको का अनुप्रयोग संभव नहीं है | संस्था आधारित पुनर्वास में उन्नत तकनीको का प्रयोग संभव है |
08.   सेवाओं की गुणवता अच्छी नहीं होती है | संभवतः अच्छी होती है |
09.   सामाजिक आर्थिक स्थिति ध्यान नहीं दी जाती जहाँ तक संभव हो सभी को सहायता दी जाती है | ध्यान दी जाती है | सामाजिक आर्थिक स्थिति मजबूत होने पर सहायता दी जाती है |
10.   जागरूकता को बढ़ावा देना समुदाय आधारित पुनर्वास में जागरूकता का प्रयास किया जाता है | इस तरह का कोई प्रयास नहीं किया जाता है |
11.   समुदाय के साथ तालमेल समुदाय के साथ तालमेल किया जाता है | समुदाय के साथ तालमेल संभव नहीं हो पता है |
12.   मूल्यांकन रोगी के स्थिति का मूल्यांकन नहीं किया जाता | समय समय पर मूल्यांकन किया जाता है |
13.   प्रशिक्षण की अवधी और स्थान 3 महीने से 1 वर्ष स्थानीय स्टार पर प्रशिक्षण दिया जाता है | 4 वर्षीय डिग्री, संस्थागत प्रशिक्षण
14.   प्रशिक्षण का लक्ष्य क्लाइंट अपने घर वापस जा कर कार्य कर सके इसके लिए हस्तक्षेप किया जाता है | रोगी को हस्पताल से रिहाई हो सके, इस दिशा में हस्तक्षेप दिया जाता है |

 

 

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