Lugwa Dhake Jhulal Rahi Lyrics Samar Singh. Jab Kahila Jaye Ke PArdesh Gori Tohar Ful Jala Muh Harmesh Gori Tohar Lugwe Dhake Jhulal Rahi New Bhojpuri Song By Samar Singh. Lyrics Written By Alok Yadav While Music ADR Anand.
Lugwa Dhake Jhulal Rahi Lyrics
जब कहिला जाए के परदेश गोरी
तोहार फुल जाला मुंह हरमेश गोरी
जब कहिला जाए के परदेश गोरी
तोहार फुल जाला मुंह हरमेश गोरी
तू तs सोचेलु तोहरे में घुलल रही
तोहार लुगवे तs का लुगवे धsके झुलल रही
तोहार लुगवे धsके झुलल रही
हम लुगवे धsके झुलल रही
कहेलु दूरे जन जा नज़र से
कब ले लड़ाई कमरिया कमर से
कहेलु दूरे जन जा नज़र से
कब ले लड़ाई कमरिया कमर से
गिर जाला आंश तोहरा धनिया हो झर से
जाये कहीला जब जब नु घर से
एके कमवा पे कब ले तुलल रही
तोहार लुगवे तs का लुगवे धsके झुलल रही
तोहार लुगवे धsके झुलल रही
तs का लुगवे धsके झुलल रही
बोलेलू धरे देबये ना गाडी
मांगेलु लक्ष्मीपति वाली साड़ी
बोलेलू धरे देबये ना गाडी
मांगेलु लक्ष्मीपति वाली साड़ी
झुमका पितरिया पाउडर होठ्लाली
देबे कहाँ से जेबा बाटे ख़ाली
समर आलोक तोहरे में भूलल रही
तs का लुगवे तs का लुगवे धsके झुलल रही
तोहार लुगवे धsके झुलल रही
हम लुगवे धsके झुलल रही